गत कुछ वर्षों में, AI यानी कृत्रिम बुद्धि मनुष्य समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। मेरे जीवन में जब मैं पहली बार 'Artificial Intelligence' का नाम सुना, तो मुझे लग रहा था कि कहाँ-कहाँ जाएगी प्रौद्योगिकी, लेकिन आज इतनी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी उपलब्ध होने पर, मेरा स्वागत करने का आत्मसात याचना करता है। सोचने का एक नया ढंग, इसका इतना बड़ा फैलावा होने के कारण, यह वास्तविकता बन गया है। तो आइए, अब हम इस अद्भुत प्रौद्योगिकी के कुछ प्रमुख तत्वों पर चर्चा करें, जो हमें आगे बढ़ने में मदद करेंगे।
AI की दुनिया में, 'Deep Learning' यानी गहरी सीखने, पिछले कुछ वर्षों में खासा चर्चा में आ चुकी है। आपने शायद कहीं तो सुना ही होगा, कि गहरी सीखने का उपयोग छवियों को पहचानने, आवाज़ को सुनने और टेक्स्ट को पढ़ने में भी किया जा सकता है। इसमें पूरी तरह से कम्प्यूटर 'न्यूराल नेटवर्क्स' का उपयोग होता है, जो मनुष्य मस्तिष्क के न्यूरोनों की तरह काम करते हैं। मैंने खुद इस प्रौद्योगिकी का उपयोग अपने ब्लॉग की सुधार के लिए किया है, और मैं आपको बता सकता हूं, यह काफी रोमांचक होता है!
AI की दुनिया में 'Machine Learning' यानी मशीन सीखने की भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। क्या आप जानते हैं कि आपका स्मार्टफोन, ईमेल में स्पैम को फ़िल्टर करने के लिए मशीन सीखने का उपयोग करता है? मशीन सीखने की प्रौद्योगिकी का उपयोग विभिन्न डेटा सेट्स से पैटर्न खोजने और विभाजन करने के लिए किया जाता है, जिससे कम्प्यूटर अपने आप को बेहतर बना सके। इसे अगर आप हमारे मनुष्य शरीर के इम्यून सिस्टम के साथ तुलना करें तो आप कह सकते हैं कि इसे स्वचालित रूप से अद्वितीय पैटर्न खोजने की अनुमति दी गई है जिससे वह अद्वितीय समस्याओं को हल कर सके।
इसके अलावा, AI का एक और हिस्सा 'Decision Trees' या निर्णय वृक्ष है। निर्णय वृक्ष, समस्याओं के समाधान में सहयता करने के लिए, डेटा को विभाजित और वर्गीकृत करने का एक साधारण तरीका है। कृत्रिम बुद्धि में, निर्णय वृक्ष की गहराई और जटिलता से उनकी क्षमता निर्धारित होती है। यह टीचर सिस्टम से पाठ लेता है और फिर उसे नए डेटा पर लागू करता है। व्यवहारिकता के मामले में, यह एक बहुत ही बेहतरीन तौर तरीका हो सकता है डेटा को सुनियोजित करने और समझने का।
AI के इन्हीं अध्यायों में से एक नाम 'Logic based AI' यानी न्यायनिर्णय पर आधारित AI भी है। इसमें सामर्थ्य होता है कि कंप्यूटर स्वयं निर्णय ले सके, आधारित अपनी "ज्ञान पर"। "इफ ऐंड ओन्ली इफ" टाइप के सीधे-साधे न्यायों का उपयोग करके, यह कम्प्यूटरों को समस्याओं का समाधान करने के लिए उनकी समझ में बाधा कोई नहीं रहती। जीवन की वास्तविकता की तुलना में, शायद नहीं, लेकिन कंप्यूटर की दुनिया में, यह बहुत ही उपयोगी हो सकता है।
अंत में, मैं कहना चाहूंगा कि AI का निरंतर विकास हमें अगले कुछ वर्षों में क्या रूप में दिखाई देगा, इसकी कल्पना करना मात्र असंभव है। हमें इस पर संतुलित दृष्टि रखनी होगी ताकि हम इसके लाभ उठा सकें, जबकि नकारात्मक प्रभावों से बच सकें। अगले कुछ वर्षों में, AI हमारे जीवन के कई पहलुओं में घुसेगी और हमें अद्वitiय और अनपेक्षित ढंग से मदद करेगी। इसलिए, तैयार रहें और अगली AI महत्त्वाकांक्षी परियोजना के लिए स्वागत करें। रविजय की तरफ से धन्यवाद!
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