भारत निस्संदेह सबसे मोबाइल फ़ोन और कॉनेटिविटी के मामले में दुनिया के सबसे बड़े बाज़ार में से एक है. यही कारण है की एक के बाद एक दुनिया भर की बड़ी बड़ी कोंपनियाँ यहाँ इन्वेस्ट करना चाहती है और कर भी रही है. यही नहीं लगभग एक एक करके सभी विदेशी कम्पनियाँ अब भारत में अपना डेटा सेंटर भी शुरू कर रही है. जाहिर है भारत में मौजूद अथाह व्यापार के अवसर का सभी विदेशी कम्पनियाँ लाभ उठाना चाह रही जिसका लाभ कही ना कही उपभोक्ताओं या ग्राहकों को मिलेगा.
फेसबुक को कौन नहीं जनता, यह दुनिया के सबसे बड़ी सोशल मीडिया क्षेत्र कम्पनी है साथ फेसबुक के पास ही दुनिया भर में सबसे मशहूर मोबाइल ऐप WhatsApp भी है. बुधवार को मुकेश अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की कंपनी जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5.7 अरब डॉलर या करीब 43,574 करोड़ रुपये निवेश करने का करार किया. कंपनियों ने बुधवार को इसकी घोषणा की. इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी तथा फेसबुक की भारत में उपस्थिति और मजबूत होगी.
रिलायंस के एक बयान में कहा, “आज हम रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड में 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर या 43,574 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा कर रहे हैं, जिससे फेसबुक इसका सबसे बड़ा अल्पांश शेयरधारक बन जाएगा.” रिलायंस ने कहा कि फेसबुक के निवेश में जियो प्लेटफार्म्स का कीमत 4.62 लाख करोड़ रुपये आंकी गई (65.95 अरब अमेरिकी डॉलर, 70 रुपये प्रति डॉलर के विनिमय मूल्य पर). रिलायंस इंडस्ट्रीज के दूरसंचार नेटवर्क जियो की शत प्रतिशत हिस्सेदारी जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड के पास है. बयान में कहा गया है कि जियो प्लेटफार्म्स में फेसबुक की हिस्सेदारी 9.99 प्रतिशत होगी.